The Shodashi Diaries

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Shodashi’s mantra encourages self-self-discipline and mindfulness. By chanting this mantra, devotees cultivate bigger Handle around their views and steps, bringing about a far more aware and purposeful method of everyday living. This reward supports individual advancement and self-self-discipline.

कर्तुं श्रीललिताङ्ग-रक्षण-विधिं लावण्य-पूर्णां तनूं

॥ इति त्रिपुरसुन्दर्याद्वादशश्लोकीस्तुतिः सम्पूर्णं ॥

॥ अथ त्रिपुरसुन्दर्याद्वादशश्लोकीस्तुतिः ॥

क्लीं त्रिपुरादेवि विद्महे कामेश्वरि धीमहि। तन्नः क्लिन्ने प्रचोदयात्॥

यह उपरोक्त कथा केवल एक कथा ही नहीं है, जीवन का श्रेष्ठतम सत्य है, क्योंकि जिस व्यक्ति पर षोडशी महात्रिपुर सुन्दरी की कृपा हो जाती है, जो व्यक्ति जीवन में पूर्ण सिद्धि प्राप्त करने में समर्थ हो जाता है, क्योंकि यह शक्ति शिव की शक्ति है, यह शक्ति इच्छा, ज्ञान, क्रिया — तीनों स्वरूपों को पूर्णत: प्रदान करने वाली है।

The path to enlightenment is often depicted as an allegorical journey, with the Goddess serving given that the emblem of supreme energy and Vitality that propels the seeker from darkness to light.

सा नित्यं नादरूपा त्रिभुवनजननी मोदमाविष्करोतु ॥२॥

या देवी दृष्टिपातैः पुनरपि मदनं जीवयामास सद्यः

website लब्ध-प्रोज्ज्वल-यौवनाभिरभितोऽनङ्ग-प्रसूनादिभिः

श्री-चक्रं शरणं व्रजामि सततं सर्वेष्ट-सिद्धि-प्रदम् ॥७॥

यामेवानेकरूपां प्रतिदिनमवनौ संश्रयन्ते विधिज्ञाः

तिथि — किसी भी मास की अष्टमी, पूर्णिमा और नवमी का दिवस भी इसके लिए श्रेष्ठ कहा गया है जो व्यक्ति इन दिनों में भी इस साधना को सम्पन्न नहीं कर सके, वह व्यक्ति किसी भी शुक्रवार को यह साधना सम्पन्न कर सकते है।

Kama, the incarnation of sexuality and Actual physical adore, experienced tried to distract Shiva from his meditations. Subsequently, Shiva burned him to ashes using a stream of hearth from his third eye, and nicely meaning attendants to

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